सबको शुभकामनाएं देते देते मेरी छोटी बेटी का ये तोहफा अपनी माँ के लिए - बोली अरे लिखने वाली मम्मी के लिए कविता ही तो लिखनी पड़ेगी और भले ही ये पांचवे क्लास वाली हो. पर मुझे तो ऐसे ही लिखना आता है, मम्मी प्लीज हंसना नहीं.
सबसे प्यारी जिनकी सूरत,
ममता की है वो एक मूरत,
हमसे करें ढेर सा प्यार,
हम है उन आँखों का संसार
चाहे दिन हो या आधी रात,
दूर करें हर गम की बात,
भूल कर अपना सारा दर्द
गर्मी हों या रातें सर्द,
किसी काम को करें न मना,
ऐसी प्यारी न्यारी मेरी माँ.
हैप्पी मदर'स डे !
--सोनू
सोमवार, 10 मई 2010
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10 टिप्पणियां:
अरे वाह..गुणी माँ की गुणी बिटिया ...बहुत प्यारी पंक्तियाँ हैं..दिल की गहराइयों से निकली ..निर्मल,स्वच्छ प्यार में पगी...सोनू को ढेरों आशीर्वाद
waah
bahut hi pyaari rachna ,har maa ke dil ko chhoone wali ,badhai dhero
maa ek adbhut shabd hai ,isme srishti samayi hui hai .
waah waah behad khubsurat abhivyakti hai...
एक वाह, मेरे तरफ से भी सोनू के लिए , माँ को प्यार और सम्मान देने के लिए न विद्वता की जरुरत है ना ही किसी भारी भरकम शब्दों की. जरुरत है तो केवल निश्छल भावनावो की जो की सोनू की प्यारी सी कविता से छलक रहा है.
Nice Post :)
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बहुत ख़ूब...
pyaaree sonu, tumne to maa ko bahut hi pyaar bhara tohfa diya hai, khush raho
प्यारे सोनू ..बहुत ही सुन्दर लिखा है ....आपकी माँ को मेरा भी प्रणाम
pyari SONU ko shubkamnayen....aur uski mummy ko bhi.......:)
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