tag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post8513354382973117437..comments2023-10-14T03:24:46.816-07:00Comments on यथार्थ: किसी के हक पर डाका तो नहीं?रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-78412619067168359312011-05-30T23:23:30.197-07:002011-05-30T23:23:30.197-07:00आप सही कह रही हैं ऐसी जागरुकता की बेहद जरूरत है ……...आप सही कह रही हैं ऐसी जागरुकता की बेहद जरूरत है ………मेरी मदर को मिलती हैं मगर जो उनके काम नही आती वो उसे धर्मार्थ अस्पताल मे भेज देती हैं ताकि किसी गरीब के काम तो आ सके और वो भी डाक्टर की देखरेख मे…………मगर ऐसा सब लोग नही करते जबकि ऐसी जागरुकता काहोना बहुत जरूरी है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-13528695540462845732011-05-30T18:53:07.087-07:002011-05-30T18:53:07.087-07:00यथार्थ वर्णन किया है आपने .. अगर लोग इन बातों का ध...यथार्थ वर्णन किया है आपने .. अगर लोग इन बातों का ध्यान रखे तो जरुरत मंदों के कष्ट कम हो जाएँ.ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-19080403243092103152011-05-30T14:03:35.118-07:002011-05-30T14:03:35.118-07:00मैने देखी हैं यह स्थितियाँ...वाकई, लोग यदि इस तरफ ...मैने देखी हैं यह स्थितियाँ...वाकई, लोग यदि इस तरफ थोड़ा भी ध्यान देने लगें तो कितनों का भला हो जाये.<br /><br />सार्थक आलेख.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-79796677613128200992011-05-30T10:57:52.678-07:002011-05-30T10:57:52.678-07:00हमारी मुश्किल ही यही है, जिसको चाहिए नहीं उसके पास...हमारी मुश्किल ही यही है, जिसको चाहिए नहीं उसके पास बहुत है जिसको चहिये उसके पास कुछ नहीं. नेक जज्बात.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-82324564137433379322011-05-30T10:49:27.015-07:002011-05-30T10:49:27.015-07:00आपने बहुत अच्छे मुद्दे को उठाया है। चरित्र संकट आज...आपने बहुत अच्छे मुद्दे को उठाया है। चरित्र संकट आज एक विकट चुनौती है। हमारी संग्रह करने की वृत्ति दूसरों के कष्टों को बढ़ाती है। बौद्ध और जैन ग्रंथों में इस मनोवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए अस्तेय एवं अपरिग्रह का निर्देश है। इन विषयों पर वहाँ बड़ी विशद व्याख्याएं की गई हैं। आजकल टीवी पर बिकाऊ खबरों और उपदेशों का बोलाबाला रहता है। बाजारवाद आदमी की हवस को हवा दे रहा है। सूचना - तंत्र में व्यक्ति की मनोवृत्तियों को संयमित करने वाले कार्यक्रमों को जोड़ने की जरूरत है। नीचे अपरिग्रह और अस्तेय संबंधी कुछ सूत्र दे रहा हूँ।<br />=================================<br />"चित्तमंतमचित्तं वा परिगिज्झ किसामवि। अन्नं वा अणुजाणाइ एव्रं दुक्खाण मुच्चइ॥"<br />जो आदमी खुद सजीव या निर्जीव चीजों का संग्रह करता है, दूसरों से ऐसा संग्रह कराता है या दूसरों को ऐसा संग्रह करने की सम्मति देता है, उसका दुःख से कभी भी छुटकारा नहीं हो सकता।<br />----------------------------<br />"सवत्थुवहिणा बुद्धा संरक्खणपरिग्गहे। अवि अप्पणो वि देहम्मि नाऽऽयरंति ममाइयं॥"<br />ज्ञानी लोग कपड़ा, पात्र आदि किसी भी चीज में ममता नहीं रखते, यहाँ तक कि शरीर में भी नहीं।<br />----------------------------<br />"जहा लाहो तहा लोहो लाहा लोहो पवड्ढई। दोमासकयं कज्जं कोडीए वि न निट्ठियं॥"<br />ज्यों-ज्यों लाभ होता है, त्यों-त्यों लोभ भी बढ़ता है। 'जिमि प्रति लाभ लोभ अधिकाई।' पहले केवल दो मासा सोने की जरूरत थी, बाद में वह बढ़ते-बढ़ते करोड़ों तक पहुँच गई, फिर भी पूरी न पड़ी!<br />--------------------------<br />"निहितं वा पतितं वा सुविस्मृतं वा परस्वमविसृष्टं। न हरति पन्न च दत्ते तदकृशचौर्य्यादुपारमणं।"<br />जो रखे हुए तथा गिरे हुए अथवा भूले हुए अथवा धरोहर रखे हुए पर-द्रव्यको नहीं हरता है, न दूसरों को देता है सो स्थूल चोरी से विरक्त होना अर्थात् अचौर्याणुव्रत है।<br />=====================<br />सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवीडॉ० डंडा लखनवीhttps://www.blogger.com/profile/14536866583084833513noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-27508110820729308312011-05-30T10:24:06.276-07:002011-05-30T10:24:06.276-07:00JAGRUKTA KI JARURAT HAI AAJ HUME.. JAI HIND JAI BH...JAGRUKTA KI JARURAT HAI AAJ HUME.. JAI HIND JAI BHARATSAJAN.AAWARAhttps://www.blogger.com/profile/10975214181930047006noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-37441635014205642212011-05-30T08:31:22.423-07:002011-05-30T08:31:22.423-07:00यह मनासिकता ही हे,इस का इलाज सिर्फ़ जागरुता ही हे, ...यह मनासिकता ही हे,इस का इलाज सिर्फ़ जागरुता ही हे, अगर हम किसी बिमारी की दवा खरीद भी ले, या मुफ़त मे मिले तो हमे चाहिये इलाज हो जाने के बाद उसे किसी जरुरत मंद को दे दे, किसी डाकटर को दे देजो उसे किसी गरीब जरुरत मंद को दे दे या किसी अस्पताल मे दे दो... बहुत से रास्ते हे, लेकिन नही हम यह नही करते, बल्कि उसे सम्भाल्म कर रख लेगे अगली बार काम आयेगी:)राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-6778771800870957882011-05-30T08:31:18.663-07:002011-05-30T08:31:18.663-07:00यह मनासिकता ही हे,इस का इलाज सिर्फ़ जागरुता ही हे, ...यह मनासिकता ही हे,इस का इलाज सिर्फ़ जागरुता ही हे, अगर हम किसी बिमारी की दवा खरीद भी ले, या मुफ़त मे मिले तो हमे चाहिये इलाज हो जाने के बाद उसे किसी जरुरत मंद को दे दे, किसी डाकटर को दे देजो उसे किसी गरीब जरुरत मंद को दे दे या किसी अस्पताल मे दे दो... बहुत से रास्ते हे, लेकिन नही हम यह नही करते, बल्कि उसे सम्भाल्म कर रख लेगे अगली बार काम आयेगी:)राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-58676310818802311592011-05-30T07:38:50.712-07:002011-05-30T07:38:50.712-07:00अभी भारत में चेतना आने में वक्त लगेगा!अभी भारत में चेतना आने में वक्त लगेगा!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-89469250887852628512011-05-30T07:00:40.668-07:002011-05-30T07:00:40.668-07:00इस जागरूकता की ज़रूरत हैइस जागरूकता की ज़रूरत हैरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-91635550819522910812011-05-30T06:35:51.420-07:002011-05-30T06:35:51.420-07:00श्रम जीवी वर्ग की करुण गाथा इस पोस्ट में...रेखा ज...श्रम जीवी वर्ग की करुण गाथा इस पोस्ट में...रेखा जीसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.com