tag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post1640430454350195608..comments2023-10-14T03:24:46.816-07:00Comments on यथार्थ: बेहतरीन अदाकारी !रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-28064118759038412752011-04-28T03:02:26.590-07:002011-04-28T03:02:26.590-07:00यदि आप भारत माँ के सच्चे सपूत है. धर्म का पालन करन...यदि आप भारत माँ के सच्चे सपूत है. धर्म का पालन करने वाले हिन्दू हैं तो<br />आईये " हल्ला बोल" के समर्थक बनकर धर्म और देश की आवाज़ बुलंद कीजिये... ध्यान रखें धर्मनिरपेक्षता के नाम पर कायरता दिखाने वाले दूर ही रहे,<br />अपने लेख को हिन्दुओ की आवाज़ बनायें. <br />इस ब्लॉग के लेखक बनने के लिए. हमें इ-मेल करें.<br />हमारा पता है.... hindukiawaz@gmail.com<br />समय मिले तो इस पोस्ट को देखकर अपने विचार अवश्य दे<br />देशभक्त हिन्दू ब्लोगरो का पहला साझा मंच<br /><a href="http://vishvguru.blogspot.com/" rel="nofollow">हल्ला बोल</a>हल्ला बोलhttps://www.blogger.com/profile/12194388500228751046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-22398200011334473792011-03-26T04:48:58.396-07:002011-03-26T04:48:58.396-07:00बहुत अच्छा लगा की अप्प दोबारा आये
शुक्रिया
मैं अ...बहुत अच्छा लगा की अप्प दोबारा आये<br />शुक्रिया <br />मैं अपने ब्लॉग का निचे लिंक दे रहा हु आशा करता हु की आप ब्लॉग पे जरुर पधारेंगी <br />http://vangaydinesh.blogspot.com/<br />http://dineshpareek19.blogspot.com/<br />http://dineshsgccpl.blogspot.com/<br />http://kuchtumkahokuchmekahu.blogspot.com/<br />http://dineshpareek19.blogspot.com/Dinesh pareekhttps://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-71763289294489208732011-03-07T23:53:42.556-08:002011-03-07T23:53:42.556-08:00आज मंगलवार 8 मार्च 2011 के
महत्वपूर्ण दिन "अन...आज मंगलवार 8 मार्च 2011 के<br />महत्वपूर्ण दिन "अन्त रार्ष्ट्रीय महिला दिवस" के मोके पर देश व दुनिया की समस्त महिला ब्लोगर्स को "सुगना फाऊंडेशन जोधपुर "और "आज का आगरा" की ओर हार्दिक शुभकामनाएँ.. आपका आपनाSawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/14297388415522127345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-45213094122595565862011-03-01T01:08:25.703-08:002011-03-01T01:08:25.703-08:00वास्तव में मिसेज़ प्रोफेसर तो अच्छी एक्टर निकली.
इन...वास्तव में मिसेज़ प्रोफेसर तो अच्छी एक्टर निकली.<br />इनाम भी बनता है...<br />यथा नाम, तथा कथा. यथार्थ.<br />साधुवाद,<br />आशीष<br />---<br />लम्हा!!!सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼https://www.blogger.com/profile/11282838704446252275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-72586035492212043292011-02-18T20:36:01.666-08:002011-02-18T20:36:01.666-08:00आद. रेखा जी,
दुनियाँ की सही तस्वीर पेश की है आपने ...आद. रेखा जी,<br />दुनियाँ की सही तस्वीर पेश की है आपने !<br />आभार !ज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-12789049434279391362011-02-10T00:13:16.847-08:002011-02-10T00:13:16.847-08:00जगजीत सिंह की गायी गजल का एक शेर याद आ रहा है:
नर...जगजीत सिंह की गायी गजल का एक शेर याद आ रहा है:<br /><br />नर्म आवाज, भली बात, मुहज्जब लहजा,<br /><br />पहली बारिश में ये रंग उतर जाते हैं।<br /><br />---------<br /><b><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">पुत्र प्राप्ति के उपय।</a></b><br /><b><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">क्या आप मॉं बनने वाली हैं ?</a></b>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-52546850902181800852011-02-06T03:48:15.532-08:002011-02-06T03:48:15.532-08:00रेखा श्रीवास्तव जी!
आपने इस पोस्ट में जैसा वर्णन क...रेखा श्रीवास्तव जी!<br />आपने इस पोस्ट में जैसा वर्णन किया है उस प्रकार के नाटकबाजों से मेरा भी पाला पड़ चुका है। कई बार सच्चाई और शालीनता मात खा जाती है। नकली असली से ज्यादा चमकदार दिखता है। ऐसी दशा में सतोगुण की रक्षा के लिए तब तक सब्र से काम लेना पड़ता है जब तक नटवरलालों की पोल- पट्टी न खुल जाय। यह कटु यर्थाथ है।<br />प्रभावकारी लेखन के लिए बधाई। <br />=====================<br />कृपया पर इस दोहे का रसास्वादन कीजिए।<br />सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी<br />==============================<br />गाँव-गाँव घर-घ्रर मिलें, दो ही प्रमुख हकीम।<br />आँगन मिस तुलसी मिलें, बाहर मिस्टर नीम॥डॉ० डंडा लखनवीhttps://www.blogger.com/profile/14536866583084833513noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-56485677383276584702011-02-05T06:02:36.426-08:002011-02-05T06:02:36.426-08:00इससे बेहतर क्या अदाकारी होगी ...बहुएँ शायद भूल जात...इससे बेहतर क्या अदाकारी होगी ...बहुएँ शायद भूल जाती हैं कि एक दिन उनको भी सास बनना है ...<br /><br />भले ही कोई चिल्ला चिल्ला कर झूठ बोले सच्चाई तो सबको पता रहती हैसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-56089905102650901332011-02-04T19:26:18.065-08:002011-02-04T19:26:18.065-08:00जहाँ नजर घुमाते हैं ऐसी ही अदाकाराएँ नजर आती है .....जहाँ नजर घुमाते हैं ऐसी ही अदाकाराएँ नजर आती है ...<br />संयुक्त परिवार में काम निकल जाने के बाद बुजुर्गों की ऐसी दुर्दशा आम है, और यही लोग एकल परिवार को बड़ी हिकारत भरी नजरों से देखते ठाठ है ...वो लोग कैसी सेवा करते हैं , हमें जान कर भी अनजान बन जाना पड़ता है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-13797541646023341232011-02-04T18:36:05.838-08:002011-02-04T18:36:05.838-08:00एक गाना था न,
क्या कहिए ऐसे लोगों को जिनकी फ़ितरत ...एक गाना था न,<br />क्या कहिए ऐसे लोगों को जिनकी फ़ितरत छुपी रही, नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे।<br />अभी नहीं तो कभी न कभी इनका असली रूप उजागर होता ही है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-1864612740910900082011-02-04T10:33:14.275-08:002011-02-04T10:33:14.275-08:00रेखा श्रीवास्तव जी मैने भी ऎसी डायन को बहुत नजदीक ...रेखा श्रीवास्तव जी मैने भी ऎसी डायन को बहुत नजदीक से देखा हे कभी इस पर भी पोस्ट लिखूंगा,यह लोगो से झूठ तो बोल लेगी लेकिन अपने आप से, अपने बच्चो से, अपने पति से ओर उस ऊपर वाले से केसे झूठ बोलेगी.... समय बहुत बलवान हे... हम जेसा बोते हे वेसा ही हमे मिलता हे,धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-4225567670084162252011-02-04T09:44:14.401-08:002011-02-04T09:44:14.401-08:00ऐसे बनाबटी कैरेक्टेर्स की कमी नहीं है, हर एक के पड़...ऐसे बनाबटी कैरेक्टेर्स की कमी नहीं है, हर एक के पड़ोस में ऐसे लोग आसानी से मिल जायेंगे.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-47617253930133053452011-02-04T09:35:18.537-08:002011-02-04T09:35:18.537-08:00बहुत से लोग हैं ऐसे. लेकिन कोई कुछ नहीं कर सकता इन...बहुत से लोग हैं ऐसे. लेकिन कोई कुछ नहीं कर सकता इनका.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-5363811158761797922011-02-04T09:04:18.937-08:002011-02-04T09:04:18.937-08:00bahut se log hain jo is baat ki gawahi denge.bahut se log hain jo is baat ki gawahi denge.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-90578370381259758782011-02-04T06:59:25.958-08:002011-02-04T06:59:25.958-08:00बिलकुल सही कहा है आपने हर चेहरा मुखौटा लगाये बैठा ...बिलकुल सही कहा है आपने हर चेहरा मुखौटा लगाये बैठा है अपना अंतर छुपाने के लिए |आज हर गलत बात समाज के द्वारा आसानी से ग्राह्य होती जा रही है \शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-42210564564376666912011-02-04T05:55:56.625-08:002011-02-04T05:55:56.625-08:00सचमुच में बनावटी व्यवहार सभ्य समाज के लिया घातक है...सचमुच में बनावटी व्यवहार सभ्य समाज के लिया घातक है .ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-47897785383509843462011-02-04T05:47:45.502-08:002011-02-04T05:47:45.502-08:00सच कहा आज तो यही ज़माना आ गया है …………ज्यादातर भुक्त...सच कहा आज तो यही ज़माना आ गया है …………ज्यादातर भुक्तभोगी मिलेंगे लोगो के ऐसे बनावटी व्यवहार से त्रस्त्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-228650923578786262011-02-04T05:46:14.730-08:002011-02-04T05:46:14.730-08:00चिल्ला चिल्ला कर झूठ को भी सच बनाया जा सकता है...ऐ...चिल्ला चिल्ला कर झूठ को भी सच बनाया जा सकता है...ऐसा ही है जमाना..<br />सच कहा आपने.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-90816762823237203952011-02-04T05:40:52.526-08:002011-02-04T05:40:52.526-08:00बहुत सच्ची बात कही है आपने...आजकल हम नौटंकी करने म...बहुत सच्ची बात कही है आपने...आजकल हम नौटंकी करने में माहिर हो गए हैं,...मन में होता कुछ है और कहते कुछ और हैं...बहुत शशक्त ढंग से बयाँ किया किया इंसां की फितरत को आपने...बधाई<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.com