tag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post1179161521948624164..comments2023-10-14T03:24:46.816-07:00Comments on यथार्थ: आज भी ...........!रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-68687730754824396342010-10-18T20:32:11.130-07:002010-10-18T20:32:11.130-07:00ये महिला महान हैं ...
अगर मुझे मिलें तो मैं उनका च...<strong>ये महिला महान हैं ...<br />अगर मुझे मिलें तो मैं उनका चरण स्पर्श अवश्य करना चाहूँगा हो सके तो मेरी यह इच्छा उन तक अवश्य पंहुचा दें !<br />सादर !</strong>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-78159525880585211982010-10-18T09:41:27.362-07:002010-10-18T09:41:27.362-07:00रेखा जी! हमारे समाज में ऐसे कई उदाहरण हैं... और कु...रेखा जी! हमारे समाज में ऐसे कई उदाहरण हैं... और कुछ कहने वालों की तो बात ही दीगर है. असल बात है अपने अपनों का समर्थन और सहयोग!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-29518029510906797212010-10-18T05:25:28.867-07:002010-10-18T05:25:28.867-07:00रूढियों के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने वाली इस दबंग महि...रूढियों के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने वाली इस दबंग महिला को मेरा नमन...हमें ऐसी ही सोच और होश वाली स्त्रियों की समाज में आवशयकता है...<br />बहुत प्रेरक प्रसंग दिया है पढ़ने को...शुक्रिया.<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-87433365150013526352010-10-18T02:08:07.682-07:002010-10-18T02:08:07.682-07:00रेखा दी...जब मैने अपना "पति खो चुकी महिलाओं&q...रेखा दी...जब मैने अपना "पति खो चुकी महिलाओं" की स्थिति के बारे में लिखा था...तो कई लोगों ने आपत्ति जताई थी कि "अब स्थिति बदल चुकी है"<br />यह घटना बतला देती है कि स्थिति कितनी बदली है??....लोग अपनी आँखें बंद करके रखना चाहते हैं...तो उसका कोई जबाब ही नहीं.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-11181836043265294802010-10-18T00:53:30.459-07:002010-10-18T00:53:30.459-07:00वास्तविक जीवन की एक अनुकरणीय घटना का वृत्तांत आपने...वास्तविक जीवन की एक अनुकरणीय घटना का वृत्तांत आपने हम सबके समक्ष रखा, इसके लिए साधुवाद।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-73459093050269152592010-10-17T23:38:36.360-07:002010-10-17T23:38:36.360-07:00बेहद जागरूकता को बढ़ावा देने वाली पोस्ट. सच एक ही घ...बेहद जागरूकता को बढ़ावा देने वाली पोस्ट. सच एक ही घर में दो मानसिकता वाले लोग तो हो ही सकते हैं. पर समाज को चाहिए की नकारात्मक मानसिकता वाले लोगों का बहिष्कार करें पर प्रश्न ये है की कौन ये निर्धारित करेगा की कौन लोग सकारात्मक मानसिकता वाले हैं और कौन नकारात्मक.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-86120548596145342702010-10-17T22:07:42.173-07:002010-10-17T22:07:42.173-07:00अनीता,
वे मेरी ममेरी जिठानी थी...अनीता,<br /><br /> वे मेरी ममेरी जिठानी थीं और मुझसे बहुत बड़ी भी थीं लेकिन मुझे अपने बहुत करीब पाती थी. उनके बहू के चुनाव से शादी , बेटे की मौत और दूसरी शादी के निर्णय तक मैं उनके साथ थी. कल उनकीपुण्यतिथि पर यह लिखने का मन हुआ और लिख दिया. उसके बाद जब तक वे रहीं बहुत ही सहृदय महिला के रूप में सम्मान पाया , लेकिन पिछले वर्ष अचानक हृदगति रुकने से हमें छोड़ कर चली गयीं.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-29478406829603775142010-10-17T21:56:04.291-07:002010-10-17T21:56:04.291-07:00राजेश जी,
मैं दो मानसिकताओं ...राजेश जी,<br /><br /> मैं दो मानसिकताओं को प्रस्तुत कर रही थी की हम अपने परिवार में भी इतने अच्छे निर्णय को सम्मान नहीं दे पाते हैं. इसमें टूल देने की कोई बात नहीं है.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-29919403781443650192010-10-17T21:10:56.228-07:002010-10-17T21:10:56.228-07:00उनका निर्णय उचित था और पहल तो हम जैसे समाज के लोगो...उनका निर्णय उचित था और पहल तो हम जैसे समाज के लोगो को ही करनी होगी तभी जागृति आयेगी।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-92230307325313049382010-10-17T19:53:22.716-07:002010-10-17T19:53:22.716-07:00बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्र...<b>बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।</b><br /><a href="http://raj-bhasha-hindi.blogspot.com/2010/10/blog-post_18.html" rel="nofollow">बेटी .......प्यारी सी धुन</a>राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-81116326385948661022010-10-17T11:28:01.505-07:002010-10-17T11:28:01.505-07:00ऐसी सास पर गर्व करना चाहिए और मृत व्यक्ति के छोटे ...ऐसी सास पर गर्व करना चाहिए और मृत व्यक्ति के छोटे भाई पर भी नाज होना चाहिए। ऐसी सास को मेरा प्रणाम, उनका ब्लोग बनवाइए ताकि और महिलाएं उनके विचारों से लाभ ले सकें। हमें बिल्कुल अपनी सी लग रही हैं वो।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-32396545678769834272010-10-17T10:49:23.419-07:002010-10-17T10:49:23.419-07:00रेखा जी इस प्रेरणाप्रद घटना के विवरण के लिए साधुवा...रेखा जी इस प्रेरणाप्रद घटना के विवरण के लिए साधुवाद । पर मेरा एक सवाल है इसमें आप उस वाकये को इतना महत्व क्यों दे रही हैं। महत्व तो उन दो बातों को देना चाहिए। पहली कि उस बहू को बहू का दर्जा मिला,पति भी और परिवार भी । दूसरी बात कि उसे ऐसी सास मिली जो उसका अपमान अपना अपमान समझती है।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-64921623380880373852010-10-17T10:41:12.886-07:002010-10-17T10:41:12.886-07:00वाकई हम आज भी वहां हैं जहाँ ५० साल पहले थे .बल्कि ...वाकई हम आज भी वहां हैं जहाँ ५० साल पहले थे .बल्कि मुझे तो कभी कभी लगता है उससे भी बत्तर हो गए हैं तब शायद इंसानियत तो रही होगी आज तो वो भी नहीं रही.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-31567283180731224222010-10-17T08:19:05.657-07:002010-10-17T08:19:05.657-07:00सचमुच हमारे समाज में आज भी बहुत सी कुरीतियाँ हैं!सचमुच हमारे समाज में आज भी बहुत सी कुरीतियाँ हैं!nilesh mathurhttps://www.blogger.com/profile/15049539649156739254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-46359508761126551352010-10-17T07:32:59.251-07:002010-10-17T07:32:59.251-07:00रेखा दी, आपकी पोस्ट केवल पुरातन्पंथी विचारधारा को ...रेखा दी, आपकी पोस्ट केवल पुरातन्पंथी विचारधारा को प्रदर्शित नहीं कर रही बल्कि आज समाज में जो भी परिवर्तन हो रहे हैं उसे भी दर्शा रही है, जो उन लोगों के लिये एक संदेश है, जो आज भी पुरानी बीमार मान्यताओं को पोस रहे हैं.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-24247902890518142712010-10-17T07:06:49.545-07:002010-10-17T07:06:49.545-07:00रेखा जी बहुत ही अच्छी बात बताई आप ने, अपने इस लेख ...रेखा जी बहुत ही अच्छी बात बताई आप ने, अपने इस लेख मै काश अगर सभी ऎसा सोचे तो... लेकिन यही समाज कभी कभी हमे अच्छा करने से रोकता हे, हमारे पडोसी का भी बेटा शादी के कुछ दिन बाद गुजर गया था, तो उन्होने बहू को एक साल बेटी की तरह रखा ओर फ़िर बेटी की तरह उ्स के लिये योग्या वर ढूंढ कर शादी कर दी,इस मै कोई बुराई भी नही, ओर हमे इन बातो के लिये बदलना होगा, धन्यवाद इस अति सुंदर संदेश के लिये.<br />विजयादशमी की बहुत बहुत बधाईराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-72932528667081520162010-10-17T05:27:16.635-07:002010-10-17T05:27:16.635-07:00समाज के कोढ़ है ऐसे लोग, जिसका एकमात्र विकल्प हो उन...समाज के कोढ़ है ऐसे लोग, जिसका एकमात्र विकल्प हो उनका सामाजिक बहिष्कार. सामाजिक बुराइयों पर चोट नितांत आवश्यकता है आज की .ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7850658937061725515.post-20833266846224788412010-10-17T05:14:21.713-07:002010-10-17T05:14:21.713-07:00ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार कर देना चाहिए। सार्थ...ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार कर देना चाहिए। सार्थक और विचारोत्तेजक पोस्ट।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com